सीसीएल के सतर्कता विभाग का नेतृत्व मुख्य सतर्कता अधिकारी द्वारा 24/7 के आधार पर किया जाता है। वर्तमान स्थिति में सतर्कता विभाग में कुल 19 अधिकारी तथा 23 कर्मचारी कार्यरत हैं । सतर्कता विभाग में कार्यरत अधिकारीगण सीसीएल के विभिन्न विभागों से संबंध रखते हैं। वर्तमान में सीसीएल के सतर्कता विभाग में कार्यरत विभिन्न विभागों के अधिकारियों की संख्या निम्नानुसार है:

 

खुदाई - 6 उत्खनन - 6 सिविल - 2
कार्मिक - 3 वित्त - 1 सामग्री प्रबंधन - 1
विद्युत एवं यांत्रिकी - 2    


कार्यात्मक परिस्थिति

विभाग के समस्त कार्य समुचित ढंग से पूर्ण किए जाय इसके लिए विभाग से सम्बद्ध कार्यों का एक व्यापक विभाजन किया गया । आवंटित कार्य के आधार पर अधिकारियों की निम्नलिखित श्रेणियां बनाई जा सकती हैं:

 

इकाई का नाम अधिकारियों की संख्या कार्य- प्रारूप

जांच इकाई
 
14

जानकारी एकत्रित करना तथा भ्रष्टाचार पर नजर रखना। शिकायत / सूचना की जांच कर औचक तथा आवधिक निरीक्षण करना। किसी प्रकार के दंडात्मक कार्रवाई पर विचार किए जाने की स्थिति पर आरोपी को “डी” धारा के उपयोग करने के जुर्म में संबंधित आईओ द्वारा उक्त आरोप से संबन्धित एक आरोप- मसौदा तैयार किया जाता है । इन अधिकारियों को सतर्कता विभाग के सूचीबद्ध बड़े दंडात्मक मामलों में भी प्रस्तुतकर्ता अधिकारियों के रूप में कार्य करने की आवश्यकता होती है ।

अनुशासनात्मक खंड 3

आरोप- पत्र तैयार करना, नियंत्रित अधिकारी से प्राप्त उत्तरों का विश्लेषण, आईए तथा पीओ की नियुक्ति के आदेश, मौखिक पूछताछ की प्रगति की निगरानी, आईए की रिपोर्ट का विश्लेषण, असहमति नोट तैयार करना, नियंत्रित अधिकारी के अभ्यावेदन का विश्लेषण, अंतिम - आदेश तैयार करना।

सांख्यिकीय सेल 1

सभी शिकायतों का पंजीकरण, शिकायतों की निगरानी जांच और रिपोर्ट के लिए अन्य अधिकारियों को भेजा, सभी सांख्यिकीय रिटर्न की तैयारी।

सतर्कता निर्बाधन सेल 1

सीसीएल के समस्त अधिकारियों तथा कर्मचारियों की सतर्कता स्थिति को अद्यतन बनाए रखना। सतर्कता की स्थिति को सदैव बनाए रखना।

उपर्युक्त के अलावा, केन्द्रीय सतर्कता आयोग के सीटीई निरीक्षण की तर्ज पर संविदा के गहन जांच हेतु जांच अधिकारियों का एक समूह गठित किया गया है। उपरोक्त के अतिरिक्त, सतर्कता विभाग द्वारा चिन्हित अधिकारियों की प्रॉपर्टि रिटर्न फाइलों की मांग करके प्रॉपर्टि रिटर्न की भी जांच की जाती है।

महाप्रबंधक (सतर्कता) की अध्यक्षता में वरिष्ठ सतर्कता अधिकारियों की एक समिति गठित की गई है। यह समिति एक ऐसी सशक्त समिति है जिसे विभिन्न क्षेत्रों के चिन्हित शिकायतों की जांच व रिपोर्ट की जांच करने तथा उन पर कार्रवाई करने की ज़िम्मेदारी अनिवार्य रूप से होती है।